रांचीः लोकसभा चुनाव का ऐलान बस होने वाला ही है और इसके ठीक पहले हजारीबाग के बड़कागांव की कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के घर प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने छापेमारी की है । छापेमारी में क्या मिलेगा और क्या मिल रहा है इन सब चीजों से दूर एक दूसरा नजरिया भी सामने आ रहा है । घटनाक्रम यानि क्रोनोलॉजी को समझने की कोशिश करें तो हजारीबाग की सियासत पर नजर जाती है । सबसे पहले मौजूदा सांसद जयंत सिन्हा ने चुनावी राजनीति को अलविदा कहा, थोड़ी देर बाद बीजेपी के लोकसभा प्रत्याशियों के टिकटों का एलान किया गया, जयंत सिन्हा का नाम इस लिस्ट में नहीं था और मनीष जायसवाल को टिकट दे दिया गया । अब जयंत सिन्हा का टिकट कटा तो दो दिनों बाद यशवंत सिन्हा हजारीबाग में नजर आए औऱ अंबा प्रसाद की तस्वीरें भी सामने आईं । अंबा प्रसाद ने यशवंत सिन्हा से मुलाकात की थी । इस मुलाकात के कुछ ही दिनों के बाद बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद के घर ईडी की छापेमारी को उनके समर्थक राजनीतिक तौर से देख रहे हैं । विवादों में रही ईडी की कार्रवाई को भी इसी नजरिए से देखा जा रहा है ।
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माना जाता है कि अंबा प्रसाद का हजारीबाग के साहू समाज और ओबीसी में अच्छी पकड़ है । बीजेपी ने मौजूदा सांसद का टिकट काटा है तो मनीष जायसवाल को मैदान में उतारा ऐसे में कांग्रेस इसके पीछे ईढी के राजनीतिक इस्तेमाल का आरोप लगा रही है । कहा जा रहा है कि अंबा प्रसाद हजारीबाग के चुनावी मैदान में अपने प्रभाव से वोटर्स और नतीजों को प्रभावित कर सकती लिहाजा दवाब डालने के लिए ये कार्रवाई की जा रही है ।
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