रांची : चंपाई सोरेन सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार शुक्रवार शाम 5 बजे होना है। लेकिन मंत्री को पद लेकर अभी भी खींचतान जारी है। राजभवन को अबतक शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची नहीं भेजी गई है। गुरूवार देर रात तक मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन जेएमएम अध्यक्ष शिबू सोरेन के साथ मंत्रियों के नाम पर मंथन कर रहे थे।
जेएमएम की ओर से कोई बड़ा बदलाव नहीं देखने को मिल सकता है। शिबू सोरेन के परिवार से उनके छोटे बेटे बसंत सोरेन का मंत्री बनना तय है। सीता सोरेन मंत्री पद के लिए अड़ी हुई है, उनको लेकर ही थोड़ी खींचतान चल रही है। माना जा रहा है कि सीता को अगर मंत्री नहीं बनाया गया तो किसी महत्वपूर्ण आयोग का अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
असली रस्साकस्सी कांग्रेस में चल रही है। आठ फरवरी को होने वाला मंत्रिमंडल विस्तार भी कांग्रेस की ओर से सूची नहीं आने की वजह से टाली गई थी। कांग्रेस के अंदर दो मंत्रियों को हटाने को लेकर गुटबाजी चल रही थी। बन्ना गुप्ता और रामेश्वर उरांव की जगह कांग्रेस के कई विधायक मंत्री बनने के रेस में लगे हुए थे। लेकिन कांग्रेस आलाकमान की ओर से मिले संकेत बताते है कि बन्ना का विकेट उनके विरोधी गिराने में कामयाब नहीं हो पाए है। रामेश्वर उरांव को लेकर संकट के बादल मंडरा रहे है। कांग्रेस की ओर से जो मंत्री पद की दावेदार माने जा रहे है उनमें उमाशंकर अकेला, दीपिका पांडे सिंह, जय मंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह, भूषण बाड़ा, राजेश कच्छप, इरफान अंसारी के नाम है। मगर अभी तक इन लोगों को लेकर कांग्रेस आलाकमान की ओर से कोई ग्रीन सिन्नल नहीं मिला है।
चंपाई कैबिनेट का विस्तारः बन्ना बने रहेंगे, रामेश्वर पर संकट, वसंत का नाम तय, सीता पर संशय

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