गिरिडीह: अफ्रीकी देश कैमरून में फंसे झारखंड के 27 प्रवासी मजदूर की बुधवार सुबह को घर वापसी हो गई। बुधवार को सभी प्रवासी मजदूर हावड़ा-मुंबई मेल से पारसनाथ स्टेशन पर उतरे। श्रम नियोजन विभाग के सचिव मुकेश कुमार, गिरिडीह के उपायुक्त नमन प्रियेश लाकड़ा ने स्टेशन पर सभी मजदूरों का बुके देकर स्वागत किया और उनका हाल चाल जाना।
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अपने घर वापस आने की खुशी प्रवासी मजदूरों के चेहरे पर देखने को मिली। इस दौरान केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों का प्रवासी मजदूरों ने आभार जताया। श्रम नियोजन विभाग के सचिव मुकेश कुमार ने बताया कि इस सभी मजदूरों को राज्य सरकार की ओर से 25-25 हजार रूपया की सहायता की जाएगी और इसके साथ इनका रजिस्ट्रेशन भी कराया जाएगा।
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बोकारो, हजारीबाग और गिरिडीह के 27 मजदूर 29 मार्च को काम करने कैमरून गये थे। एलएनटी टावर कंपनी में काम करने के दौरान इन सभी मजदूरों को तीन महीने से वेतन नहीं दिया जा रहा था, इस वजह से इन सभी को खाने पीने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। इसके बाद सभी मजदूरों ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर वतन वापसी की गुहार लगाई थी। इसके बाद सरकार ने सक्रियता दिखाते हुए सभी मजदूरों की वतन वापसी कराई।