भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने आज झारखंड मुक्ति मोर्चा के महाधिवेशन पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि महाधिवेशन में झारखंड कल्याण को छोड़ सिर्फ परिवार कल्याण पर अमल किया गया। प्रतुल ने कहा भाजपा लंबे समय से कह रही थी कि झामुमो का अगला अध्यक्ष भी सोरेन परिवार से ही होगा। और हुआ भी वही।मुख्यमंत्री के पास बहुत बेहतर अवसर था कि वह अपने दल के किसी समर्पित वरिष्ठ कार्यकर्ता को अध्यक्ष बना सकते थे। लेकिन मुख्यमंत्री पद की बड़ी जिम्मेवारी होने के बावजूद भी उन्होंने किसी पर विश्वास करना उचित नहीं समझा। प्रतुल ने कहा कि परिवारवादी पार्टियों में यही होता है अध्यक्ष समेत तमाम प्रमुख पदों पर परिवार के ही सदस्यों को बैठाया जाता है।आम कार्यकर्ता को सिर्फ हाथ उठाने के लिए बुलाए जाते हैं।
प्रतुल ने कहा कि झारखंड में घुसपैठ बहुत बड़ी समस्या बनता जा रहा है।संताल परगना और झारखंड के दूसरे जिलों में डेमोग्राफी बदलती जा रही है।आदिवासियों की जनसंख्या लगातार गिरती जा रही है और मुसलमानों की बढ़ती जा रही है।पर यह अफसोस जनक बात है कि खुद को आदिवासियों की पार्टी कहने वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा ने आदिवासियों की घटती आबादी और घुसपैठ पर कोई चर्चा तक नहीं की। पूरे महाधिवेशन में घुसपैठ के मुद्दे पर पार्टी का एक शब्द भी नहीं कहना तुष्टिकरण की राजनीति को इंगित करता है।