देवघर :बीआईटी देवघर ने अपने वार्षिक तकनीकी-सांस्कृतिक उत्सव, आगाज 2024 का आयोजन किया। यह घटना सुबह तकनीकी प्रतिस्पर्धाओं के साथ शुरू हुई और शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ समाप्त हुई।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झारखंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के वाइस चांसलर, डॉ धर्मेंद्र कुमार सिंह, सम्मानित अतिथि एम्स देवघर के निदेशक, डॉ सौरभ वर्ष्णेय रहे जिनका स्वागत बीआईटी देवघर की निदेशक, डॉ अरुणा जैन ने की।
अपने संबोधन में डॉ धर्मेंद्र कुमार सिंह ने सफलता प्राप्त करने में सांस्कृतिक शक्ति के महत्व पर बल दिया। उन्होंने छात्रों को अपने जीवन के उद्देश्य पर ध्यान केंद्रित करने और आगाज जैसे मंचों का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया।
डॉ सौरभ वर्ष्णेय ने अकादमिक डिग्री से परे निरंतर स्व-उन्नति की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों को नवाचार और रचनात्मकता के लिए अपने मस्तिष्क की क्षमता का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया।
इसके बाद सांस्कृतिक समारोह में बीआईटी देवघर के संगीत और नृत्य सोसाइटीज के छात्रों द्वारा प्रतिभा का प्रदर्शन हुआ। छात्रों ने दर्शकों को मोहित करने वाले प्रदर्शन से मंत्रमुग्ध कर दिया। भारत के विभिन्न हिस्सों का प्रतिनिधित्व करने वाले नृत्य प्रदर्शन, बॉलीवुड मैश-अप और पुराने क्लासिक्स ने ऊर्जा को बढ़ाया। कॉलेज बैंड के संगीत संवेदनशीलता ने लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया।आगाज 2024 बीआईटी देवघर के छात्रों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव साबित हुआ, जिसने तकनीकी विशेषज्ञता, सांस्कृतिक समृद्धि और प्रेरणा को बढ़ावा दिया।
इस कार्यक्रम में बीटेक, बीबीए और बीसीए के सभी छात्रों, फैकल्टी सदस्यों और स्टाफ ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में समन्वयक डा. पायल भारद्वाज, डा. मनोज कुमार दत्ता और छात्र समन्वयक मनस और अनुराग का विशेष योगदान रहा।
कार्यक्रम में डा. अरविंद कुमार, डा. सुधीर कुमार, डा. राजेश कु लाल, डा. अमित कुमार, डा. रंजन चट्टाराज, डा. शशिश कु तिवारी, धर्मेंद्र कुमार, महेंद्र दास सहित अन्य शिक्षक, कर्मचारी और छात्र छात्रायें उपस्थित थे।