दिल्ली : लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्किर्जुन खरगे और राहुल गांधी के साथ बिहार कांग्रेस के नेताओं की तीन घंटे से ज्यादा समय तक मीटिंग चली। इस बैठक में बिहार कांग्रेस के 35 बड़े नेता शामिल हुए थे। इस बैठक में इंडिया गठबंधन के अंदर सीट शेयरिंग और लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर चर्चा हुई।
बैठक के बाद बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा कि गठबंधन में सभी सदस्यों को लचीला रूख रखना होगा। हम लोग बिहार में गठबंधन के तहत ही चुनाव लड़गे, इसको लेकर 29 दिसंबर को गठबंधन समिति की बैठक होगी। इस बैठक में सीट शेयरिंग पर चर्चा होगी। जहां तक बिहार में चुनाव लड़ने का सवाल है तो हमें बिहार में 8 से 9 मिल जाए तो ठीक है, एक आध सीट से कुछ नहीं होता। गठबंधन समिति से पहले सीट शेयरिंग को लेकर अखिलेश सिंह ने ये बयान देकर गठबंधन के दलों पर एक दवाब बनाया है।
2019 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने 9 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसे सिर्फ एक सीट मिली थी। कांग्रेस को बिहार में 7.85 प्रतिशत वोट मिला था। उस चुनाव में बीजेपी-जेडीयू-एलजेपी एक साथ थी तो कांग्रेस-आरजेडी-आरएलएसपी-हम-वीआईपी पार्टी ने एक साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। उस गठबंधन में सिर्फ कांग्रेस को एक किशनगंज की सीट पर जीत हासिल हुई थी। कांग्रेस उसी ट्रैक रिकार्ड के सहारे अपनी दावेदारी पेश कर रही है।
बिहार कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्किर्जुन खरगे ने सोशल मीडिया पर कहा कि बिहार में गठबंधन सरकार यहां के लोगों की उम्मीदों के अनुसार मजबूती से काम कर रही है, हम सामाजिक न्याय को लेकर प्रतिबद्ध हैं,बिहार के विकास, समृद्धि और शांति के लिए हर कांग्रेसी कार्यकर्ता लोगों तक पहुंच बनाने और राज्य के लोगों की आकांक्षाओं पर खरे उतरने के लिए तैयार है ।