रांची : राज्य के छात्रों के लिए एक बड़ी राहत की खबर आ रही है। राज्य में अब मैट्रिक और इंटर के समकक्ष आईटीआई का सर्टिफिकेट को मान्यता देने की तैयारी हो रही है। श्रम विभाग ने इस संबंध में प्रस्ताव तैयार किया है। विभाग के प्रस्ताव के अनुसार 8वीं पास करके आईटीआई में नामांकन लेने वाले विद्यार्थियों के लिए 10वीं और मैट्रिक के बाद नामांकन लेने वाले विद्यार्थी को दो साल की पढ़ाई के बाद मिलने वाले सर्टिफिकेट को इंटर की समकक्षता दी जाएगी।
श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग के प्रस्ताव पर झारखंड एकेडमिक काउंसिल हिंदी और अंग्रेजी की परीक्षा लेने पर सहमत हो गया है। इस संबंध में जैक जल्द ही विभाग को पत्र भेजेगा। इसके बाद प्रस्ताव स्वीकृति के लिए कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। देश के कई राज्यों में आईटीआई की परीक्षा को लेकर अलग से बोर्ड का गठन भी किया गया है। विभाग ने इस संबंध में देश के अन्य राज्यों के प्रावधान का अध्यन किया है। देश के अलग अलग राज्यों में आईटीआई के सर्टिफिकेट को 10वीं और 12वीं के समकक्ष मान्यता दी गई है।
विभाग ने बिहार सहित गुजरात, राजस्थान, आंध्र प्रदेश के नियमावली का अध्यन किया है। बिहार में हिंदी और अंग्रेजी की परीक्षा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा ली जाती है। झारखंड में भी बिहार के तर्ज पर सर्टिफिकेट को मान्यता देने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके लिए झारखंड एकेडमिक काउंसिल मैट्रिक और इंटर की परीक्षा के साथ आईटीआई के विद्यार्थियों का भी फॉर्म जमा लेगा। मैट्रिक और इंटर के परीक्षार्थियों के साथ आईटीआई पढ़ने वाले विद्यार्थियों की भी हिंदी और अंग्रेजी की परीक्षा होगी।
झारखंड में अभी करीब 50 हजार विद्यार्थी हर साल आईटीआई की परीक्षा देते है। इनमें 12 हजार विद्यार्थी सरकारी आईटीआई और 35 हजार विद्यार्थी प्राइवेट आईटीआई के है। इनके सर्टिफिकेट को मैट्रिक और इंटर के समकक्षता मिलने के बाद अगर विद्यार्थी 10वीं के बाद सामान्य कोर्स से स्नातक की पढ़ाई करना चाहेगा तो वो आईटीआई के सर्टिफिकेट के आधार पर नामांकन ले सकेंगे। वर्तमान में विद्यार्थियों को ये सुविधा नहीं थी। विद्यार्थियों को अलग से मैट्रिक और इंटर की परीक्षा देनी होती थी।