पटना : मकर संक्रांति के मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर एक बार फिर चूड़ा दही का भोज हो रहा है। चार साल बाद हो रहे इस आयोजन में महागठबंधन के सभी बड़े नेताओं को आमंत्रित किया गया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी इस भोज ने लिए आमंत्रित किया गया है। चार साल बाद राबड़ी आवास पर सियासी जमावड़ा लगा है। सुबह से ही राबड़ी आवास के बाहर कार्यकर्ताओं की भीड़ जमा हो गई है। कार्यकर्ताओं के लिए 12 बजे 10 सकुर्लर रोड़ का दरवाजा खोला जाएगा।
पिछली बार राबड़ी आवास पर 2019 में चूड़ा दही का भोज मकर संक्रांति के मौके पर हुआ था। इस बार का भोज इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है कि काफी लंबे समय से लालू और नीतीश एक साथ नहीं दिखे है। दिल्ली में इंडिया गठबंधन की हुई बैठक के बाद दोनों नेताओं में दूरी की चर्चा हो रही थी। एक जनवरी को राबड़ी देवी के जन्मदिन पर उन्हे कई नेताओं ने घर जाकर और कईयों ने सार्वजनिक मंच से उन्हे बधाई और शुभकामना दी थी लेकिन नीतीश कुमार की ओर से कोई बधाई संदेश नहीं गया था। दोनों राजनीतिक दिग्गजों के बीच दूरी की खबरों के बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने 4 जनवरी को मुख्यमंत्री आवास जाकर नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। 13 जनवरी को गांधी मैदान में हुए ऐतिहासिक नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में नीतीश और तेजस्वी एक साथ दिखे थे लेकिन लालू और नीतीश लंबे समय से एक साथ नहीं दिख रहे है।
राबड़ी आवास पर हो रहे भोज में अगर नीतीश कुमार नहीं शामिल होते है तो राज्य में पक रहे नये सियासी खिचड़ी को बल मिलेगा। दोनों नेताओं के बीच दूरी की खबरों को ताकत मिलेगी और अगर दोनों एक साथ आते है तो दूरी की खबरों को विराम मिलेगा। बिहार बीजेपी के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने भी मकर संक्रांति के मौके पर चूड़ा दही भोज का आयोजन किया है, इस भोज में भी कई नेताओं को निमंत्रण भेजा गया है। अब सबकी निगाहें चूड़ा दही भोज के मौके पर पक रही सियासी खिचड़ी पर होगी।