रांची : विधानसभा सत्र के अंतिम दिन झारखंड विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही बीजेपी विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। सदन के बाहर सरकार के विरोध में विपक्षी सदस्यों ने जमकर नारेबाजी की। पूरे सत्र के लिए निलंबित विधायक विरंची नारायण ने सरकार को युवा विरोधी और निकम्मी सरकार बताया। उन्होने कहा कि नियोजन नीति को स्पष्ट करने में सरकार पूरी तरह से फेल हुई है, इस वजह से राज्य के युवा सड़कों पर है। संविधान की 9वीं अनुसूची में नियोजन नीति को शामिल करने की बात करके युवाओं को छला जा रहा है।
वही अपने साथियों के साथ धरने पर बैठे विधायक अनंत ओझा ने कहा कि राज्यपाल के वाजिब तथ्यों के साथ नियोजन नीति के लिए सुझाव दिए थे पर सरकार इसके लिए तैयार नहीं हुई, इससे एक बार फिर राज्य के युवाओं का भविष्य अधर में चला गया है। पांकी विधायक शशि भूषण मेहता ने कहा कि बालू-पानी प्राकृति का उपहार है लेकिन ये सरकार इसमें भी लूट कर रही है, थानेदारों के रवैये से जनता त्रस्त हो गई है। विधायक अपर्णा सेनगुप्ता ने कहा कि ये सरकार महिला विरोधी है, विधि व्यवस्था पस्त रहने से महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही है। बीजेपी विधायकों के प्रदर्शन पर परिवहन मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि बीजेपी आदिवासी विरोधी है, जो यहां के आदिवासियों को दर्द समझते है वो नियोजन नीति का समर्थन करेंगे ही।