पटनाः बिहार के नेता प्रतिपक्ष और आरजेडी नेतातेजस्वी यादव के करीबी राज्यसभा सदस्य संजय यादव को लेकर उनकी बहन रोहिणी आचार्य का पोस्ट दूसरे दिन भी प्रसारित रहा। रोहिणी ने शुक्रवार की रात प्लेटफॉर्म सोशल मीडिया एक्स पर दो पोस्ट साझा कर अपनी नाराजगी जाहिर की।हालांकि, शनिवार की सुबह 8:00 बजे तक उन्होंने अपना अकाउंट प्राइवेट कर लिया, जिस कारण सभी यूजर को उनका पोस्ट नहीं दिख रहा था। उन्हें कोई टैग भी नहीं कर पा रहा था। इससे पहले ट्रोलर सक्रिय थे। शनिवार की शाम वह अपना अकाउंट अनलॉक कर दिया, जिसके बाद भी पोस्ट नहीं दिख रहा है।
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संजय यादव को निशाने पर लिया
शुक्रवार को पहले पोस्ट में प्रचार रथ का हवाला देते हुए संजय यादव को निशाने पर लिया और लिखी कि पहली सीट नेता के लिए होती है। रोहिणी ने फेसबुक पर राजद समर्थक आलोक कुमार का पोस्ट शेयर की है।आलोक कुमार ने पोस्ट में तेजस्वी यादव के रथ पर आगे बैठे संजय यादव की तस्वीर डालते हुए लिखा है, फ्रंट सीट सदैव शीर्ष के नेता- नेतृत्वकर्त्ता के लिए चिह्नित होती है और उनकी अनुपस्थिति में भी किसी को उस सीट पर नहीं बैठना चाहिए … वैसे अगल कोई अपने आप को शीर्ष नेतृत्व से भी ऊपर समझ रहा है, तो अलग बात है।
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लालू प्रसाद की तस्वीर के साथ पोस्ट
रोहिणी के इस पोस्ट को शेयर करने के बाद उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाने लगा। शुक्रवार को ही रोहिणी ने लिखा, “मैंने एक बेटी और बहन के रूप में अपने कर्तव्य और धर्म को निभाया है और आगे भी निभाती रहूंगी। मेरी कोई पद की इच्छा नहीं है, न ही मेरे पास कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा है। मेरे लिए मेरा आत्म-सम्मान सर्वोपरि है।”इससे पूर्व उन्होंने एक पोस्ट में पिता लालू प्रसाद की तस्वीर के साथ लिखा, “जो जान हथेली पर रखते हैं, बेखौफी-बेबाकी उनके लहू में बहती है।” उन्होंने खुद को जिम्मेदार बेटी और बहन बताया।
रोहिणी के समर्थन में आए तेज प्रताप
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव ने बहन रोहिणी आचार्य का समर्थन किया है।तेज प्रसाद ने एक बयान पर कहा, “एक महिला होने के नाते उन्होंने जो सराहनीय काम किया है शायद ही कोई बेटी या मां कर सकती है। यह हमारे और सभी महिलाओं के लिए पूजनीय है। इनकी चर्चा सदैव की जाएगी। हमारी बहनों का जो अपमान करेगा, उन पर कृष्ण का सुदर्शन चक्र चलेगा।”






