रामगढ: जिस अनाज से गरीबों का पेट भरता वो फर्श पर यूं बिखरा है मानों जानवरों के लिए रखा गया हो । तस्वीरें रामगढ़ के सरकारी गोदाम की है जहां जांच करने पहुंचे डीसी तो पता चला कि जो दिख रहा है उससे बड़ी गड़बड़िया हैं । जब इन अनाजों को बोरियों में भरा गया तो साढ़े तीन सौ बोरियां भर गए । ब्लैक बोर्ड पर जानकारियां सपाट हैं और हजारों किलो अनाज अधिकारियों-कर्मचारियों ने गटक लिया । जी हां रामगढ़ शहर के मरार स्थित राज्य खाद्य निगम के गोदाम से लगभग 8 करोड रुपए के अनाज गायब बताए जा रहे हैं । घोटाले के वीलेन प्रभारी सहायक गोदाम प्रबंधक संजीव करमाली । संजीव करमाली पर 14699.35 क्विंटल चावल और गेहूं गायब करने का आरोप है । इस गोदाम में वर्ष 2019 के बाद से अब तक कोई दस्तावेज अपडेट नहीं किया गया है । बताया जा रहा है कि पिछले 5 वर्षों में प्रभारी सहायक गोदाम प्रबंधक संजीव करमाली ने काफी गुल खिलाया है। डीसी चंदन कुमार ने उसके खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश जिला आपूर्ति पदाधिकारी को दिया है।
18 सितंबर को जिला आपूर्ति पदाधिकारी रंजीता टोप्पो और प्रभारी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी रिना कुजूर के द्वारा झारखंड राज्य खाद्य निगम गोदाम का संयुक्त निरीक्षण किया गया। इस दौरान वहां भंडारित खाद्यान्न का सत्यापन भी किया गया। इस दौरान वहां फर्श पर 167 क्विंटल अनाज बिखरे हुए और सड़े हुए हालात में पाए गए। जिसे लगभग 300 बोरियों में भरा गया है। जांच के दौरान गोदाम के फर्श पर बिखरे हुए गेहूं को 33 बोरियों में भरा गया। वजन करने पर वह 16.69 क्विंटल हुआ। चावल भी 277 बोरियों में भरा गया, जिसका कुल वजन 141.08 क्विंटल है। इसके अलावा चना, नमक और चीनी की बोरियों की जांच भी की गई।
औचक निरीक्षण के दौरान जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने यह पाया कि फरवरी 2019 से अक्टूबर 2024 तक जितने भी खाद्यान्न विभिन्न योजनाओं के तहत इस गोदाम को आवंटित किए गए थे, उसका कोई रिकॉर्ड अपडेट नहीं है। उन्होंने बताया कि कल 14699.35 क्विंटल खाद्यान्न जिसमें चावल और गेहूं शामिल है वह नहीं पाए गए हैं। चीनी, नमक, दाल में भी गड़बड़ियां पाई गई ।
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बताया जा रहा है कि जिला आपूर्ति पदाधिकारी के द्वारा प्रभारी सहायक गोदाम प्रबंधक संजीव करमाली से दर्जनों बार स्पष्टीकरण मांगा गया है। वर्ष 2024 में ही दर्जनों पत्र उन्हें लिखे गए हैं। संजीव करमाली को बार-बार गोदाम से संबंधित पंजी उपलब्ध कराने, मासिक प्रतिवेदन उपलब्ध कराने, कार्य प्रणाली में सुधार लाने, गोदाम से संबंधित वार्षिक प्रतिवेदन उपलब्ध कराने तथा स्पष्टीकरण किया गया। परंतु उनके द्वारा किसी भी पत्र का ना तो जवाब समर्पित किया गया और नहीं अनुपालन किया गया। जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने प्रभारी सहायक गोदाम प्रबंधक संजीव करमाली को 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब देने को कहा है। उन्होंने कहा है कि वर्ष 2019 से अब तक आगत, निर्गत एवं भंडार पंजी के साथ उपस्थित होकर जवाब दें। अन्यथा यह माना जाएगा की आप दोष को स्वीकार करते हैं और आपके विरुद्ध निलाम पत्र वाद दायर करते हुए आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत खाद्यान्न कालाबाजारी, सरकारी दस्तावेज को छुपाने आदि के आरोप में प्राथमिक की दर्ज एवं प्रपत्र क गठित कर निलंबन की कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी।