रांची: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का रांची में राज्यपाल संतोष गंगवार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वागत किया । एयरपोर्ट पर द्रौपदी मूर्मू का स्वागत किया गया । राष्ट्रपति रांची के लाख संस्थान -IINRG (NATIONAL INSTITUTE OF SECONDARY AGRICULTURE) के शताब्दी वर्ष में हिस्सा लेंगी । एयरपोर्ट पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी राष्ट्रपति आगवानी की।
द्रौपदी मुर्मू राजभवन में रात्रि विश्राम करेंगी । गौरतबल है कि 1920 में, तत्कालीन अंंग्रेजी सरकार ने एक जांच समिति गठित की, जिसकी अध्यक्षता एच. ए. एफ. लिंडसे, आईसीएस और सी. एम. हार्लो, आईएफएस ने की। उनकी सिफारिशों के बाद 1921 में उस समय के लाख व्यापारियों ने खुद को एक निजी पंजीकृत संगठन, भारतीय लाख अनुसंधान संघ (Indian Lac Association for Research) के रूप में संगठित किया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पहुंची रांची, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने किया स्वागत, लाख संस्थान (IINRG ) के शताब्दी वर्ष समारोह में शुक्रवार को लेंगी हिस्सा @rashtrapatibhvn @HemantSorenJMM @BJP4Jharkhand @ChouhanShivraj https://t.co/VmmQnuVzIK pic.twitter.com/CdkXR6Vb5M
— Live Dainik (@Live_Dainik) September 19, 2024
इसका उद्देश्य वैज्ञानिक अनुसंधान, प्रयोगात्मक खेती और ज्ञान के प्रसार के माध्यम से लाख की खेती और शेलैक के उत्पादन के बेहतर तरीकों को बढ़ावा देना था। इसे स्थापित करने के लिए प्रांतीय सरकार से रांची के बाहरी इलाके में 110 एकड़ भूमि प्राप्त की और एक छोटा प्रयोगात्मक फार्म स्थापित किया। नींव का पत्थर 20 सितंबर को तत्कालीन बिहार और ओडिशा के गवर्नर सर हेनरी व्हीलर द्वारा रखा गया।