रांची : 28 जनवरी को हुए जेएसएससी पेपर लीक कांड की जांच करने के लिए राज्य सरकार द्वारा बनाई गई एसआईटी के गठन पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने सवाल उठाया है। मरांडी ने कहा कि JSSC-CGL प्रश्न पत्र लीक का मामला बेहद संवेदनशील और संगीन है। इस पूरे घोटाले को हेमंत सोरेन के जानकारी में अंजाम दिया गया है। राज्य सरकार छात्रों के उपर एफआईआर दर्ज कर हेमंत के करीबियों को बचाने का प्रयास कर रही है। सरकार द्वारा एसआईटी जांच का आदेश मामले की लीपापोती करने का प्रयास है। इससे हास्यास्पद और क्या हो सकता है कि एक संस्था का चेयरमैन जो रिटायर्ड डीजीपी है, उसके संदिग्ध भूमिका की जांच डीएसपी स्तर का अधिकारी करे, जो उनके सामने खड़े होने से भी डरता हो! जब तक राज्य सरकार JSSC घोटाले की सीबीआई जांच की अनुशंसा नहीं करेगी, तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे।
इसके साथ ही बाबूलाल मरांडी ने राहुल गांधी की भारत जोड़ों न्याय यात्रा को लेकर कांग्रेस पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि झारखंड में जितने भी कल-कारखाने, खान-खदानें कांग्रेस शासनकाल में शुरू हुई, उसके लिए आदिवासियों को उनके मूल स्थान से विस्थापित किया गया। कांग्रेस ने आदिवासियों से उनकी जल, जंगल, जमीनें छिन ली लेकिन पुनर्वास की व्यवस्था करना भूल गई। कांग्रेस की तीनों पीढ़ियों ने आदिवासी समाज को उपेक्षा और शोषण का दंश दिया है। पिछले 3 दिनों से झारखंड में आदिवासी समाज के प्रति झूठी सहानुभूति व्यक्त करने वाले राहुल गांधी को क्षमायाचना करनी चाहिए।