गिरिडीह : झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति के केंद्रीय अध्यक्ष जयराम महतो ने गिरिडीह के बेंगाबाद में जेबीकेएसएस के जिलास्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस और बीजेपी को लेकर बड़े दावे किया। जयराम ने कहा कि दोनों राष्ट्रीय पार्टी की ओर से उन्हे ऑफर मिल रहे है कि वो मुझे दिल्ली भेज देंगे। मगर मुझे झारखंड के युवाओं की लड़ाई लड़नी है। आंदोलन से राज्य में बदलाव के संकेत दिख रहे है ये पिछले दो साल की मेहनत का परिणाम है। जयराम ने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि आपको इस संघर्ष का हिस्सा बनकर हर गांव में एक जयराम बनना होगा, तब झारखंड नवनिर्माण का सपना पूरा होगा।
जयराम ने आगे कहा कि राज्य के युवा बेरोजगार है, बाहरी को नौकरी मिल रही है। झारखंड के युवा रोजगार के तलाश में पलायन को मजबूर है, इस व्यवस्था को बदलने के लिए आंदोलन के साथ बने, क्योकि यह आंदोलन आपके लिए नहीं झारखंड के उज्जवल भविष्य के लिए है। इसलिए इस आंदोलन पर राजनीतिक पार्टियां नजर बनाकर रखी हुई है। राज्य में बेरोजगार का आलम ये है कि कही भी जाईये, सबसे ज्यादा मजदूर झारखंड के मिलेंगे दूसरे राज्यों में, ये सब रोजगार के तलाश पलायन कर झारखंड से बाहर चले गए, सबसे ज्यादा गिरिडीह के मजदूर मिलेंगे जो रोजगार की तलाश में बाहर चले गए।
जयराम ने कहा कि राज्य की दुर्दशा के लिए यहां का शासन प्रशासन जिम्मेदार है, राज्य बनने के बाद अबतक जिन लोगों की सरकार बनी है सबने अपनी तिजोरी भरने का काम किया है। सत्ता सुख के लिए जनता को छलने का काम किया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सत्ता के चक्कर में गुरूजी की बातों की अनदेखी कर रहे है,अब बदलवा का समय आ गया है। 2024 के लोकसभा चुनाव में गिरिडीह से चुनाव लड़ेंगे और दिल्ली जाकर यहां के जनता की आवाज बनेंगे। गांडेय उपचुनाव में भी हुक्म का इक्का खोलेंगे।