रांची: विधानसभा सत्र के अंतिम दिन हेमंत सोरेन ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला है। सदन को संबोधित करते हुए उन्होने बीजेपी को सभी मोर्चा पर घेरा है।मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अग्निवीर को लेकर बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि अग्निवीर की अगर शहादत होती है तो उनको अनुग्रह राशि और उनके परिजनों को अनुकंपा पर राशि दी जाएगी।
सदन में संबोधित करते हुए हेमंत ने हाथ में पेपर रखते हुए कहा कि ये काला चिट्टा है कि पिछले पांच सालों में कितनी जमीनी छीनी और लूटी है। बीजेपी का कार्यालय जमीन लूटकर बना है। ये ईडी-सीबीआई हमारे पीछे लगा देते है, झूठा आरोप लगाते है कि हमने जमीन बेची।बीजेपी जवाब दे कि उसने जो पार्टी ऑफिस बनाया है वो किसकी जमीन पर बनाया है। सरकार की जमीन पर, गैर मजरूआ जमीन पर और टाटा स्टील के क्वार्टर में किसके आदेश पर ऑफिस बनाया है। उल्टा हमें ही गलत केस में फंसाकर जेल में भेज दिया। बीजेपी ने पिछले पांच सालों में गलत तरीके से पार्टी ऑफिस के लिए जमीन खरीद है। ये झूठ फरेब का दुकान चलाते है, कुछ यहां, कुछ पाकुड़, कुछ जमशेदपुर में पड़े है। एक मुख्यमंत्री ऐसे है जो अपने राज्य में नहीं जाते है जहां बाढ़ है। हम मदद करते है असम की। चुनाव आएगा तो झारखंड ही नहीं असम में भी सफाया हो जाएगा।
हमने एक लाख से ज्यादा लोगों को गैर सरकारी नौेकरी दी है, अपने हाथों से नियुक्ति पत्र बांटी है। हमने स्थानीय नीति और नियोजन नीति बनाया लेकिन इन नालायकों ने इसका भी बंटाधार किया। कोर्ट कचहरी के माध्यम से इन्होने हमारे नीतियों को रोकने का काम करते है। हम यहां के आदिवासी और मूलवासी के लिए कानून बनाये तो वो गैर कानूनी और दूसरे राज्यों में बने तो वो संवैधानिक हो जाती है। यहां हमने जितनी नियुक्तियां की है उनमें 83 प्रतिशत यहां के स्थानीय मूलवासी आदिवासी को नियुक्त दी है।
ये मानसून सत्र है, ये लोग कहते है कि ये अंतिम सत्र है, लेकिन ये अनवरत सत्र है,आगे भी हम ही रहेंगे। हमलोगों ने 10 हजार करोड़ रूपया महिलाओं के बीच में बांटने का काम किया है। 2019 से पहले अस्पतालों में कोई व्यवस्था इन लोगों ने कुछ नहीं किया, हमने पिछले पांच सालों में अस्पतालों की स्थिति सुधारी है, ये सच है कि इसमें और सुधार करेंगे।
पारा शिक्षकों के मानदेय में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। आंगनबाड़ी सेविका का मानेदय 50 प्रतिशत बढ़ाया, रसोईयां के मानदेय में 100 प्रतिशत बढ़ोतरी की। अनुबंधकर्मियों के मानदेय में करीब एक हजार 200 करोड़ का अतिरिक्त राशि का प्रबंध प्रतिवर्ष किया गया है।
इनका फार्मूला है किसी को खाने नहीं देंगे, सब हम खा जाएंगे, अभी लोकसभा में आईना दिखाया है, विधानसभा में सफाया कर देंगे। सरना धर्म कोड़ को लागू नहीं होने दिया गया। ये लोग व्यापारी है, सुबह विधानसभा में बालू बेच रहे थे, इनका काम ही है बेचना, ये देश बेच देंगे। अरबो रूपयों का ऋण माफी होती है लेकिन ये लोग किसानों का ऋण माफ नहीं करते, हम किसानों को और राहत देने के बारे में विचार कर रहे है। आने वाले समय में हर प्रखंड में बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने का काम करेंगे। मैया योजना के तहत हम लोग हर वर्ष 12 हजार रूपया देने का काम कर रहे है। अगली बार हम सरकार में आएंगे तो हर घर में एक लाख रूपया देने का काम करेंगे। मनरेगा में और शिक्षा में पैसे घटा दिये, आवास योजना का पैसा हमें नहीं दे रहे है तो हमने अपने गरीबों के लिए अबुआ आवास चलाई गई।
इनके सबसे बड़े नेता ने पिछले 5 सालों में एक भी सवाल सदन में नहीं पूछे है, पिछले 5 सालों में इन्होने बस राजनीतिक रोटी सेंकने का काम किया है। गुजरात में जहां ये 25 सालों से सरकार में है वहां एक भी नियुक्ति नहीं हुई है, सबसे ज्यादा पेपर लीक गुजरात में पेपर लीक हुआ है। झारखंड में पेपर लीक होता है तो अखबारों में मोटे मोटे अक्षरों में छपता है, क्योकि ये उनके जेब में है। ये तो कोर्ट को भी जेब में रखने की कोशिश कर रहे है।
बीजेपी विधायकों के हंगामे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इनके शोर शराबे से हम परेशान होने वाले नहीं हम मछली की आंख की तरह अपने लक्ष्य को देख रहे है। अगली बार हम फिर लौटकर आएंगे और इनकी ओर से ज्यादातर विधायक दूसरी बार चुनकर नहीं आएंगे, जनता इन सबका जवाब देगी।