रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तार के बाद पहली बार उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने 31 जनवरी को हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को लेकर अपनी बातें साझा की। एक मीडिया हाउस को दिये गये इंटरव्यू में कल्पना सोरेन ने हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को लेकर राजभवन की भूमिका पर सवाल उठाया। उन्होने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन को ईडी राजभवन के पीछे की गेट से लेकर गई जो कि सही नहीं था। उन्होने कहा कि संवैधानिक संस्थानाओं को तार तार करने वाली तानाशाही शक्तियों को मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा।
कल्पना सोरेन ने इंटरव्यू में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की रात जो कुछ हुआ उसे बताते हुए कहा कि 31 जनवरी को ईडी के अफसर हमारे सरकारी आवास आये थे, शाम को पता चला कि वो हेमंत जी को अरेस्ट करने वाले है तो बहुत झटका लगा। उस समय घर में बहुत सारे लोग थे, सरकार में शामिल मंत्री और विधायक मौजूद थे। हम लोगों को थोड़ी देर के लिए समझ नहीं आता है कि अब हमलोगों को क्या करना है। इसके बाद हेमंत जी निर्णय लेते है कि वो इस्तीफा देंगे, इसके बाद वो राजभवन समर्थन पत्र देने हेमंत जी के साथ चार या पांच लोग जाते है। राजभवन जाकर ही उन्होने अपना इस्तीफा दिया। मुझे पूरा यकीन था कि इस्तीफा देने के बाद हेमंत जी घर आएंगे और ईडी के अधिकारी घर से उन्हे लेकर जाएंगे। इसके बाद खबर आती है कि हेमंत जी को राजभवन से लेकर ईडी के लोग चले गए। मुझे शुरू में पहला झटका उसी समय लगा जब ये पता चला कि ये अरेस्ट होने वाले है, दूसरा झटका ये लगा कि उन्हे ईडी राजभवन से ही लेकर चली गई। जानकारी ये मिली कि गिरफ्तार को किया उन्हे राजभवन से लेकिन पीछे के गेट से लेकर निकल गई, ये देखकर मुझे बहुत दुख लगा कि राजभवन के मुख्य गेट में सारे मीडिया और अन्य भी लोग खड़े थे, हमारे पार्टी और गठबंधन के विधायक भी मेन गेट पर ही थे। ऐसी कौन सी मजबूरी हो गई थी कि राजभवन के पीछे की गेट से चोर की तरह हेमंत जी को लेकर गई। मुझे ये बहुत खराब लगा। मुझे ये लगा था कि हेमंत जी घर आएंगे और यहां से ईडी उन्हे लेकर जाएगी। हेमंत जी ने राजभवन जाते समय कहा था कि मै आ रहा हूं, मै राजभवन जा रहा वहां से आकर घर आउंगा फिर ईडी के अधिकारियों के साथ जाउंगा।
राजभवन की भूमिका संदिग्ध
कल्पना सोरेन ने आगे कहा कि राजभवन से हेमंत सोरेन को ईडी के द्वारा गिरफ्तार किये जाने के बाद पहले तो पता ही नहीं चल रहा था कि वो गये कहां है , पहले तो ये भी नहीं पता चल रहा था कि वो राजभवन में है भी या नहीं। बाद में पता चला कि वो राजभवन में नहीं है , ईडी के अधिकारी पीछे की गेट से हेमंत जी को लेकर चले गए है तो ये जानकार और खराब लगा। उसके बाद पता चला कि हेमंत जी को लेकर ईडी के लोग कहां गये है लोकेशन ट्रेस नहीं हो रहा है। बहुत देर के बाद पता चला कि ईडी के ऑफिस में है। इसके बाद निराश होकर अपने बेटे के साथ मै ईडी के ऑफिस गई। इसके बाद जो ऑफिसियल वर्क करना था वो किया।
गांडेय उपचुनाव पर स्थिति स्पष्ट की
कल्पना ने गांडेय में हो रहे उपचुनाव मै अपने उम्मीदवारी को लेकर कहा कि उपचुनाव कई जगह हो रहे है, हरियाणा में भी हो रहा है। जितनी मुंह है उतनी बातें हो रही है। जितनी सोच उतनी कहानियां है। मुझे लगता है कि इसका यही जवाब लगता है कि ये सीट इसलिए नहीं खाली हुआ कि इस सीट बनाने के लिए मुझे चुनाव लड़ाना था। मुझे लगता है कि इस समय हेमंत जी के नेतृत्व में जो काम झारखंड में हो रहे थे उस काम को इस समय के सीएस चंपाई सोरेन जी बहुत ही ईमानदारी से निभा रहे है। हमारे गठबंधन की सरकार बहुत ही आत्मविश्वास के साथ काम कर रही है। मुझे पूरा यकीन है कि हमारी जो सरकार है जिसको 2019 में जनादेश मिला था उसमें हमने जो सबके सपनों को पूरा करने का जो संकल्प लिया था उस संकल्प को हम आगे बढ़ाते जाएंगे और मजबूती के साथ सभी झारखंड वासियों के सपनों को पूरा करेंगे।