जमशेदपुर : पूर्व मंत्री और जमशेदपुर पूर्वी से विधायक ने ईडी के कार्यशौली पर सवाल उठाते हुए कहा कि ईडी प्राफेशनली काम नहीं कर रही है। हेमंत सोरेन के मामले पर ईडी की कार्यशैली ठीक नहीं। शाह-मात के खेल में हेमंत सोरेन बीजेपी पर भारी पड़ गए है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बहुत ही सधी हुई चाल चल रहे है।
सरयू राय ने हेमंत सोरेन की तारीफ करते हुए कहा कि वो बहुत ही सधी हुई राजनीतिक चाल चल रहे है। उनसे शुरू में बस एक गलती हो गई उन्हे ईडी के समन पर नहीं जाना चाहिए था जो वो ईडी के पहले समन पर चले गए थे। मुख्यमंत्री का पद बहुत ही प्रतिष्ठा और संवैधानिक पद है। जैसे लालू यादव से चारा घोटाले में पूछताछ की गई थी वैसे ही हेमंत सोरेन के पास ईडी के अधिकारियों को आकर पूछताछ करनी चाहिए।
उन्होने आगे कहा कि ईडी हेमंत सोरेन के मामले में सही से काम नहीं कर रही है। अगर ईडी के पास सबूत या प्रमाण है तो केवल समन देकर चुप बैठने का कोई मलतब नहीं है। उनके पास पर्याप्त अधिकार है कि वो बिना वारंट के भी किसी को अपने साथ ले जा सकती है। अगर ईडी मौसम देखकर काम करती है कि वो मुख्यमंत्री है या मंत्री तो ये गलत है। ईडी का तरीका प्राफेशनल एजेंसी का नहीं है वो 7 समन देकर बैठी हुई है।
सरयू राय ने गांडेय सीट से सरफराज अहमद के इस्तीफे को लेकर कहा कि मुख्यमंत्री बहुत ही सधी हुई राजनीतिक चाल चल रहे है। गांडेय सीट पर सरफराज का इस्तीफा विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने से महज 6 दिन पहले करवाकर उन्होने अपने हिसाब से बहुत अच्छा किया है, क्योकि जनप्रतिनिधि अधिनियम 151 की धारा कहती है कि एक साल के भीतर कोई सीट खाली होती है तो उसपर चुनाव नहीं होगा, लेकिन हेमंत ने 6 दिन पहले ही इस काम को करवा दिया। उन्होने कहा कि बीजेपी को इस मामले में ज्यादा बयानबाजी नहीं करनी चाहिए, अगर ऐसा लगता है कि कुछ गलत हुआ है तो सीधे चुनाव आयोग के पास जाना चाहिए। उन्होने आगे कहा कि इस शह मात के खेल में बीजेपी से बेहतर हेमंत सोरेन चाल चल रहे है। अगर बीजेपी कहती है कि सरफराज और हेमंत को कोई डील हुई है तो क्या बीजेपी ने ऐसा नहीं किया है क्या। अगर अपनी सरकार को बचाने के लिए कोई डील कि गई है तो उसमें कोई गलत क्या है।