बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में सोमवार रात को अपराधियों ने मझौलिया के पूर्व मुखिया और जिले के बड़े ठेकेदार जितेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात बानूछापर पूर्वी रेलवे गुमटी पर रात 9.30 बजे हुई। जितेंद्र सिंह रात को बाइक से घर लौट रहे थे। रेलवे गुमटी पर फाटक बंद होने की वजह वे सड़क पर खड़े हो गए। तभी बदमाशों ने उन्हें अकेला देखकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। उन्हें पीछे से 16 गोलियां मारी गईं, जिसे उन्होंने वहीं दम तोड़ दिया। वारदात के बाद अपराधी मौके से फरार हो गए।
गोलियां लगने के बाद पूर्व मुखिया जितेंद्र सिंह खून से लथपथ सड़क पर गिर गए। राहगीरों ने उन्हें देखकर पुलिस को सूचना दी। मौके पर 112 मोबाइल टीम एवं बानूछापर ओपी के दारोगा दुर्गेश कुमार पहुंचे। इसके बाद ठेकेदार को जीएमसीएच पहुंचाया गया। पुलिस ने परिजनों को घटना की जानकारी दे दी।
पुलिस रात में ही शव का पोस्टमार्टम कराने में जुटी रही। नगर थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने देर रात बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम छापेमारी कर रही है। इधर, सूचना मिलते ही एसडीपीओ विवेकदीप जीएमसीएच पहुंचे और मामले की जानकारी ली।
जानकारी के अनुसार बेतिया के बानूछापर पूर्वी रेल गुमटी के उस पार ठेकेदार का अपना घर है। वे मूल रूप से मझौलिया की महना पंचायत के रहने वाले हैं। बेतिया शहर से वे बाइक से भगवतीनगर होते हुए पूर्वी रेल गुमटी पहुंचे। यहां ढाला बंद होने पर रुक गए, तब वहां कोई भी दूसरा व्यक्ति नहीं था। इसी दौरान बाइक सवार अपराधी वहां पहुंचे और पीछे से फायरिंग शुरू कर दी। जब तक ठेकेदार कुछ समझते अपराधियों ने बंदूक से उनपर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं।
आशंका जताई जा रही है कि दो-तीन बाइक पर आए चार से पांच बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया। पिस्तौल से कई राउंड अपराधियों ने फायरिंग की। गोलियों की आवाज से इलाका थर्रा उठा। गोलियां लगने के बाद ठेकेदार की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। सड़क पर खून से लथपथ देखकर राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी।