दिल्लीः टीवी टुडे के सलाहकार संपादक सुधीर चौधरी द्वारा कथित तौर से आदिवासियों के अपमान का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है । एंकर सु़धीर चौधरी ने झारखंड हाईकोर्ट द्वारा आदिवासी सेना द्वारा एससीएसटी थाने में दर्ज मामले पर रोक लगाने की याचिका खारिज होने के बाद सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी । ।मुख्य न्यायाधीश की बेंच ने सुनवाई करते हुए फिलहाल सुघीर चौधरी के खिलाफ किसी तरह दंडात्मक कार्रवाई पर रोक लगा दी है । एंकर सुधीर चौधरी पर आरोप है कि उन्होंने अपने शो ब्लैक एंड व्हाइट में उस वक्त के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और आदिवासियों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की । इस मामले में आदिवासी सेना ने रांची के एससी एसटी थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी । शिड्यूल्ड कास्ट एंड शिड्यूल्ड ट्राइब्स प्रिवेंशन ऑफ एट्रोसिटी एक्ट की धारा 3(1)(r), 3(1)(s) and 3(1)(u) की तहत मामला दर्ज किया गया है ।
सुधीर चौधरी ने अपने खिलाफ लगे आरोपों से बचाव के लिए झारखंड हाईकोर्ट से गुहार लगाई थी। चार मार्च को झारखंड हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए पुलिस की कार्रवाई पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था । एकंर सुधीर चौधरी ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की जहां उन्हें फौरी राहत मिली है । झारखंड हाईकोर्ट में इस मामले की अगली सुनवाई तेरह मार्च को होगी । गौरतलब है कि झारखंड हाईकोर्ट में एंकर सुधीर चौधरी की ओऱ से दलील दी गई कि आदिवासी अपमानजनक शब्द नहीं है और संविधान में शिड्यूल्ड ट्राइब्स दर्ज है ना कि आदिवासी ।
सुप्रीम कोर्ट में सुधीर चौधरी की ओर से वरिष्ठ वकील सिद्धार्थ लूथरा ने पैरवी की जबकि झारखंड हाईकोर्ट में अजीत कुमार ने बचाव किया । गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी पर एकंर सुधीर चौधरी ने 31 जनवरी के अपने शो में कथित तौर से आदिवासियों पर अपमानजनक टिप्पणी की थी । 2 फ़रवरी को आदिवासी सेना ने मामला दर्ज कराया था ।