रांची: झारखंड विधानसभा का चुनाव इस बार समय से पहले हो सकता है। अक्टूबर के तीसरे हफ्ते में झारखंड विधानसभा का चुनाव हो सकता है। सितंबर के दूसरे हफ्ते के बाद चुनाव आयोग तिथियों का एलान कर सकती है। इसको लेकर राज्य निर्वाचन कार्यालय को भारत निर्वाचन आयोग ने संकेत दे दिये है। राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने कहा है कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के मुताबिक काम हो रहा है। हम विधानसभा चुनाव के लिए तैयार है। प्रशिक्षण का काम शुरू हो चुका है। पिछले विधानसभा चुनाव में अक्टूबर में वोटर लिस्ट का प्रकाशन हुआ था, इस बार अगस्त में पूरा हो जाएगा। ऐसे में हम काफी आगे चल रहे है। वोटर लिस्ट के अंतिम प्रकाशन के बाद चुनाव के बचे हुए अन्य काम भी पूरे कर लिए जाएंगे।
माना जा रहा है कि इस बार विधानसभा का चुनाव हरियाणा , महाराष्ट्र और जम्मू कश्मीर के साथ कराया जाएगा। हरियाणा में विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर जबकि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 27 नवंबर को समाप्त हो रहा है। हालांकि झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी तक है फिर भी इस बार चुनाव साथ कराने की प्रबल संभावना है। 2019 में हरियाण और महाराष्ट्र के चुनाव एक साथ हुए थे और झारखंड के चुनाव अलग हुए थे। 6 नंबर 2019 को चुनाव की अधिसूचना जारी की गई थी। कुल पांच चरणों में चुनाव हुआ था। 30 नवंबर, 7 दिसंबर, 12 दिसंबर, 16 दिसंबर और 20 दिसंबर को मतदान हुआ था और 23 को मतगणना हुआ था।

मतदान से कम से कम 45 दिन पहले चुनाव की घोषणा करने का नियम है। चूंकि हरियाणा में 31 अक्टूबर तक चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर लेना है, ऐसे में 45 दिन का समय देने के लिए 10 सितंबर से 15 सितंबर का समय उपयुक्त होगा। ऐसे में माना जा रहा है कि सितंबर के दूसरे सप्ताह में चुनाव की घोषणा हो सकती है।