रांचीः झारखंड से बीजेपी के दो सांसदों का चयन संसद रत्न पुरस्कार के लिए किया गया है। गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे और जमशेदपुर से सांसद विद्युतवरण महतो सहित 17 सांसदों को संसद रत्न पुरस्कार-205 के लिए चुना गया है। इसमें से चार सांसदों भर्तृहरि माहताब, सुप्रिया सुले, एनके प्रेम चंद्रन और श्रीरंग अप्पा को 16वीं और 17वीं लोकसभा में उनके योगदान के लिए विशेष सम्मान दिया जायेगा। ये चारों 16वीं और 17वीं लोकसभा के टॉपर परफॉर्मर रहे हैं।
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बाकी 13 सांसदों को भी उनके विशिष्ट संसदीय कार्यों के लिए चुना गया है. इनमें कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल हैं।
इन सांसदों ने संसद में प्रश्न पूछने, चर्चा में भाग लेने और विधेयकों पर सुझाव देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।
विद्युत वरण महतो (भाजपा)
डॉ निशिकांत दुबे (भाजपा)
स्मिता वाघ (भाजपा)
अरविंद सावंत (शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट)
नरेश गणपत म्हास्के (शिवसेना)
वर्षा गायकवाड़ (कांग्रेस)
मेधा कुलकर्णी (भाजपा)
प्रवीण पटेल (भाजपा)
रवि किशन (भाजपा)
पीपी चौधरी (भाजपा)
मदन राठौर (भाजपा)
सीएन अन्नादुरै (डीएमके)
दिलीप सैकिया (भाजपा)
इस वर्ष 2 संसदीय स्थायी समितियों को भी संसद रत्न पुरस्कार से नवाजा जायेगा, जो निम्न हैं।
वित्त पर स्थायी समिति के अध्यक्ष : भर्तृहरि महताब ने वित्तीय नीतियों पर कई प्रभावशाली और व्यावहारिक रिपोर्ट संसद में प्रस्तुत की है।
कृषि पर स्थायी समिति के अध्यक्ष : चरणजीत सिंह चन्नी (कांग्रेस) की समिति ने किसानों की समस्याओं और कृषि सुधारों पर ठोस सुझाव संसद में रखे हैं।
सांसद विद्युत वरण महतो का तीसरा कार्यकाल
भाजपा सांसद विद्युत वरण महतो का लोकसभा में यह तीसरा कार्यकाल है. इसके पहले 16वीं लोकसभा चुनाव में वर्ष 2014 में पहली बार जमशेदपुर सीट से सांसद बने थे। सांसद विद्युत वरण महतो इससे पूर्व पूर्वी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी रह चुके हैं।