रांची :विधानसभा सत्र का तीसरा दिन में हंगामेदार रहा, सदन की शुरूआत ही हंगामे के साथ हुई। मामला इतना बढ़ गया कि विधानसभा अध्यक्ष ने बीजेपी के दो विधायकों को पूरे सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया और एक विधायक को मार्शल के माध्यम से पकड़कर सदन से बाहर निकाला गया।
दरअसल, सदन शुरू होते ही कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने संसद की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए निंदा प्रस्ताव लाने की बात कही। इस बात पर बीजेपी के सदस्य नाराज हुए और हंगामा करने लगे। विपक्ष की ओर से बीजेपी विधायक भानू प्रताप शाही ने राज्य में नियोजन नीति को लेकर सवाल उठाए। उन्होने कहा कि पिछले चार साल में जितनी भी नौकरियां मिली है वो या तो पिछली सरकार की है या कोर्ट के आदेश के बाद नियोजन प्रक्रिया पूरी होने के बाद संभव हो सका है।
भानू प्रताप के इस बयान के बाद विपक्ष के सदस्यों ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा इतना तेज हुआ कि स्पीकर रविंद्रनाथ महतो को कहना पड़ा कि क्यों न प्रश्नकाल का नाम बदलकर हंगामाकाल कर दिया जाए। स्पीकर ने हंगामा कर रहे बीजेपी विधायक भानु प्रताप शाही और विरंची नारायण को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया वही हंगामा कर रहे एक और बीजेपी विधायक जेपी पटेल को मार्शल के माध्यम से सदन से बाहर निकाला। अपने विधायकों के निलंबन के खिलाफ बीजेपी के सभी सदस्य सदन से बाहर निकल गए और विधानसभा परिसर में धरने पर बैठ गए।