रांची: खबर ना सिर्फ चौंकाने वाली है बल्कि हर किसी को सावधान करने वाली भी है । खासतौर से लड़कियों के लिए यह खबर बेहद जरुरी है । बदलते जमाने और तकनीक में तेज़ी से होते बदलाव की वजह से किस तरह भोली-भाली लड़कियाँ शिकार हो गईं इसकी कहानी सुन आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगें । एआई के इस्तेमाल से रेप भी हो सकता है यह जानकर किसी भी होश उड़ सकते हैं। यह खबर मध्यप्रदेश के सीधी की है ।
आवाज बदलने वाली एप का करता था इस्तेमाल
मध्य प्रदेश के सीधी जिले में सात लड़कियों, जिनमें से अधिकांश आदिवासी हैं से एक व्यक्ति द्वारा बलात्कार करने का आरोप है। आरोपी ने एक आवाज बदलने वाला ऐप का उपयोग किया और खुद को एक महिला प्रोफेसर बनाते हुए लड़कियों को स्कॉलरशिप देने का लालच देता था ।
तीन साथियों के साथ पकड़ा गया ब्रजेश
मध्य प्रदेश पुलिस ने इस मामले में 30 वर्षीय मजदूर ब्रजेश प्रजापति और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव के आदेश पर गठित नौ सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) इस मामले की जांच कर रहा है।पुलिस ने बताया कि पांच पीड़ितों के साथ चार एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें से चार का बलात्कार किया गया था। पीड़ितों में एक नाबालिग है। भारतीय दंड संहिता की धाराओं 376 (2) (N), 354, 506, 342, 366 और 294 के तहत मझौली पुलिस स्टेशन एफआईआर में दर्ज की गई हैं। नाबालिग लड़की से संबंधित मामले में बाल यौन उत्पीड़न संरक्षण अधिनियम, 2012 की धारा 3/4 भी लगाई गई है।
नाबालिग लड़की को भी नहीं बख्शा
चार आदिवासी पीड़िताओं के अलावा, आरोपी ने तीन और लड़कियों के बलात्कार की बात स्वीकार की है, ब्रजेश मास्टरमाइंड था, जबकि संदीप प्रजापति,राहुल प्रजापति, और लवकुश प्रजापति ने उसकी मदद की। इन्होंने लड़कियों से फोन और अन्य कीमती वस्तुएं छीन लीं और उन्हें बेच दिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से 16 फोन और कई सिम कार्ड बरामद किए गए हैं।
ऐप के इस्तेमाल से ऐसे करता था गलत धंधा
ब्रजेश ने पहली लड़की को निशाना बनाया जब उसे लवकुश से संपर्क मिला, जिसने दो साल पहले स्नातक किया था और छात्रों के व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल था । ब्रजेश ने यूट्यूब से आवाज बदलने वाली ऐप की ट्रेनिंग ली फिर लड़कियों को कॉल करने लगा। कॉल के दौरान अपनी आवाज बदलने के लिए और खुद को ‘रंजना मैडम’ के रूप में बताता था। पुलिस के मुताबिक ब्रजेश अठारह साल से उपर की लड़कियों को निशाना बनाता था और उन्हें स्कॉलरशिप देने का लालच देता था ।
खुद को बताता था प्रोफ़ेसर का बेटा
वह अनजान नंबरों पर कॉल करता था। एक महिला की आवाज सुनकर, कुछ लड़कियां उस पर विश्वास कर लेती थीं। वह उन्हें बताता कि पैसे प्राप्त करने के लिए उन्हें दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने की आवश्यकता है। फिर वह लड़कियों को लेने आता था और खुद को प्रोफेसर का बेटा बताता ।
रेप करते वक्त हेलमेट और दस्ताने पहनता था
आरोपी लड़कियों को एक अलग खेत में एक झोपड़ी में ले जाता था और उनका बलात्कार करता था। बलात्कार करते समय अपना चेहरा कपड़े या हेलमेट से ढक लेता था। लड़कियों ने पुलिस को सारी जानाकारी दी । वह भीषण गर्मी में भी दस्ताने पहनता था। पुलिस ने उसके बारे में पूछताछ शुरू की जिनके हाथों में चोटें, जलने के निशान या घाव थे। पूछताछ के लिए हिरासत में लिया तो उसने गुनाह कबूल कल ली ।