रांचीः गैंगस्टर अमन साहू के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद चैनपुर थाना की पुलिस ने केस दर्ज किया है। यह केस एनकाउंटर स्पेशलिस्ट एटीएस इंस्पेक्टर डॉक्टर प्रमोद कुमार सिंह की शिकायत पर दर्ज किया गया है। दर्ज केस में पुलिस पर फायरिंग और बमबाजी के आरोप में मृतक अमन साहू और उसके गैंग के छह-सात अज्ञात अपराधियों को आरोपी बनाया गया है। वहीं अमन साहू केस की जांच अब सीआईडी करेगी।
Gangster Aman Sahu का शव लेने परिवार के 5 सदस्य पलामू पहुंचे,पिता ने एनकाउंटर की CBI से जांच कराने की मांग की
एटीएस इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिंह जिसे लोग एनकाउंटर स्पेशलिस्ट पीके के नाम से जानते है उन्होने अपने बयान में बताया है कि वह मंगलवार को टीम के साथ रायपुर सेंट्रल जेल से अमन साहू कोद लेकर रांची एनआईए कोर्ट में पेश करने लेकर आ रहे थे, जहां उसे रांची के होटवार जेल में शिफ्ट करना था। वो अमन साहू को स्कार्पियों में लेकर रांची आ रहे थे, इसी दौरान दो अन्य वाहन आगे-पीछे सुरक्षा के दृष्टिकोण से स्कॉट कर रहे थे, वह जब अमन को लेकर पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र स्थित अंधारी ढोड़ा के पास सुबह करीब 9.05 मिनट पर पहुंचे तो इसी दौरान अमन को छुड़ाने और हथियार लूटने के लिए अमन साहू गिरोह के छह-सात अपराधियों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग और बमबाजी शुरू कर दी।
कौन है अमन साहू का एनकाउंटर करने वाला प्रमोद सिंह PK , नाम से ही थर्राते है ख़ूँख़ार अपराधी
इसके बाद पुलिस की टीम ने अमन साहू को बचाने का प्रयास किया और गाड़ी से उतरकर चिल्लाते हुए अपना परिचय दिया। इसके बावजूद भी अपराधियों ने फायरिंग जारी रखी। इसका फायदा उठाकर अमन साहू आरक्षी विजय कुमार से इंसास राइफल छीनकर अपने गिरोह के सदस्यों की ओर भागने लगा। पुलिस की टीम द्वारा चेतावनी देने पर भी वह नहीं रूका और मुड़कर पुलिस पर फायरिंग करने लगा। इसी दौरान हवलदार राकेश कुमार की जांघ में गोली लग गयी। इस घटना के बावजूद अमन और उसके गिरोह के सदस्यों ने फायरिंग और बमबाजी जारी रखी। इसके बाद पुलिस की ओर से जवाबी फायरिंग की गयी, जिसमें गोली लगने से अमन गिरकर घायल हो गया। इसके बाद उसके गिरोह के सदस्य जंगल और झाड़ी का फायदा उठाकर भाग निकले। फायरिंग और बमबाजी में पुलिस की एक गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गयी।
अमन साहू के एनकांउटर के बाद अब मयंक सिंह और राहुल सिंह संभालेगा गिरोह, गैंग के 3 शूटर को पुलिस ने किया गिरफ्तार
घटना के बाद जब फायरिंग के संबंध में रिपोर्ट ली गयी तब पता चला कि कुल 38 राउंड फायरिंग की गयी थी। इसमें इंस्पेक्टर डॉ पीके सिंह ने कुल सात राउंड फायर की थी। अमन साहू और उसके गिरोह के साथ पुलिस का करीब आधे घंटे तक एनकाउंटर हुआ था। एनकाउंटर खत्म होने के बाद देखा गया कि अमन साहू मृत अवस्था में पड़ा है। एनकाउंटर के दौरान अमन के गुर्गे भी घायल हुए थे, लेकिन वे जंगल का फायदा उठाकर भाग निकले। अमन साहू के शव के पास दो बम भी बरामद किया गया था। पुलिस पर फायरिंग करने का मुख्य उद्देश्य पुलिस से अमन साहू को छुड़ाना और हथियार लूटना था, लेकिन पुलिस ने साहस का परिचय देते हुए अपराधियों की योजना को विफल कर दिया।