पटना : अपने ही सरकार के अधिकारी के खिलाफ शिकायत लेकर महागठबंधन के विधानपार्षद मंगलवार शाम राजभवन पहुंचे। राज्यपाल से मुलाकात कर सभी विधानपार्षदों ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक की शिकायत की। सभी सदस्यों ने राज्यपाल से कहा कि ऐसे सभी अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए जो तुगलकी फरमान जारी करते है।
राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर राजभवन से बाहर आए विधानपार्षदों ने कहा कि राज्यपाल को हमलोगों ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के असंवैधानिक निर्णयों के बारे में अवगत कराया, उन्होने बड़ी गंभीरता से इस मामले को लिया। विद्यालयों में सुबह 9 से शाम 5 बजे तक शिक्षकों को और छात्रों को बुलाया जा रहा है ये बहुत अमानवीय है इसकी भी हम लोगों ने की। हम लोगों ने ऐसे सभी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की जो असंवैधानिक निर्णय लेते है।
जब मुख्यमंत्री के चहेते अधिकारी की शिकायत राज्यपाल से करने को लेकर मीडिया ने सवाल किया तो उन्होने कहा कि महामहिम के अपने अधिकार क्षेत्र है हम उसको लेकर महामहिम के पास गए थे। राज्य की शिक्षा व्यवस्था अच्छी हो उसके लिए राज्यपाल जिम्मेदार होते है ,महामहिम सरकार को सलाह देते रहते है। हमारे वोटों को परेशानी हो रही है हम इसलिए राज्यपाल के पास आए है।
महागठबंधन के एमएलसी ने कहा कि केके पाठक तुगलकी फरमान जारी करते है। सीपीआई के एमएलसी संजय सिंह का पेंशन केके पाठक ने रोका था, संजय सिंह ने ऐसे अधिकारियों पर राज्यपाल से अविलंब कार्रवाई करने की मांग की। बिहार विधानपरिषद के कुल 15 विधानपार्षदों ने केके पाठक पर कार्रवाई को लेकर राजभवन का दरवाजा खटखटाया है।