दरभंगा: वीआईपी पार्टी के सुप्रीमो मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी के हत्याकांड का दो दिनों के अंदर खुलासा कर दिया गया है। दरभंगा एसपी जगुनाथ रेड्डी ने मर्डर केस को सुलझाने का दावा करते हुए बताया कि काजीम अंसारी सहित तीन लोगों ने पैसे के लेन देन को लेकर जीतन सहनी की हत्या की थी। आरोपी काजिम अंसारी ने मृतक जीतन सहनी 2022 में ब्याज 1 लाख 50 हजार रुपये लिए थे। जिसका ब्याज 4 प्रतिशत प्रतिमाह ब्याज लग रहा था।
2023 में काजिम ने मृतक को ब्याज की 50 हजार की रकम दी थी। लेकिन जीतन सहनी और पैसे देने का प्रेसर बना रहा था। जिसे देने में आरोपी अपने आप को असमर्थ बता रहा था। मृतक ब्याज पर पैसा लेने के दौरान आरोपी काजिम के जमीन के कागजात को अपने पास जमा करा लिया था। इधर ब्याज के पैसा देने को लेकर तीन दिन पूर्व आरोपी का मृतक के साथ झगड़ा हुआ था। जिसको लेकर आरोपी काजिम अपने सहयोगियों के साथ जमीन के कागजात लेने के लिए घटना की रात मृतक के घर गया था।
घटना की रात्रि में लगभग डेढ़ बजे काजिम और उसके साथियों ने घर के पीछे के दरवाजे से प्रवेश किया। प्रवेश करने के बाद अभियुक्तों ने मृतक को जगाकर डरा धमका कर अपनी जमीन और लोन के कागज़ात मांगे। परन्तु मृतक ने उल्टा गाली देना शुरू कर दिया। इस पर काजिम ने गुस्से में आकर मृतक पर ताबड़तोड़ चाकू से वार करना शुरू कर दिया। बाकी लोगों ने मृतक के हाथ पैर पकड़ कर रखे।
हत्या करने के बाद अभियुक्तों ने कागज़ात वाली अलमारी की चाबी ढूंढने की कोशिश की ताकि अपने कागज़ात वापस ले जा सकें। परन्तु चाबी नही मिली। इस पर अभियुक्तों ने निर्णय लिया कि अलमारी को बन्द अवस्था मे पानी मे फेंक दें। ताकि सभी काग़ज़ गलकर नष्ट हो जाएं। सभी लोग ने मिलकर अलमारी को घर के पीछे स्थित छोटे से तालाब में फेंक दिया और वहाँ से फरार हो गए।