डेस्कः सट्टेबाजी ऐप महादेव को लेकर चर्चा में आए उसके मालिक सौरभ चंद्राकर को दुबई में गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से जारी इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराए जाने के बाद चंद्राकर पर कार्रवाई की गई है। सूत्रों ने बताया कि सौरभ को एक सप्ताह में भारत लाया जा सकता है। चंद्राकर पर ऐप के जरिए लाखों लोगों से अरबों की ठगी का आरोप ईडी ने लगाया है। चंद्राकर की गिरफ्तारी के बाद पूरे नेटर्वक के सारे राज सामने आ सकते हैं।
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ईडी ने अब तक इस मामले में कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। केंद्रीय एजेंसी ने कहा था कि अपराध की अनुमानित आय लगभग 6000 करोड़ रुपए है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पिछले एक साल से भी अधिक समय से महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केसों की जांच कर रहा है। यह मामला कांग्रेस सरकार के दौरान सामने आए थे।
राज्य में भाजपा के सत्ता में आने के बाद ईओडब्ल्यू ने ईडी द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर मार्च में भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी (आपराधिक साजिश), 420 (धोखाधड़ी) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एक एफआईआर दर्ज की थी। इसमें ऐप के प्रमोटर रवि उप्पल, सौरभ चंद्राकर, शुभम सोनी और अनिल कुमार अग्रवाल के अलावा छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल का नाम शामिल है।
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ईडी ने कहा है कि उसकी जांच में छत्तीसगढ़ के कई बड़े नेताओं और नौकरशाहों की संलिप्तता सामने आई है। सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल इस ऐप के मालिक हैं जो दुबई में रहकर सट्टेबाजी का अवैध कारोबार चला रहे थे। ऐसा दावा किया गया है कि यह ऐप एक अम्ब्रेला सिंडिकेट था जो अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों को नए यूजर्स को रजिस्टर करने, यूजर आईडी बनाने और ‘बेनामी’ बैंक खातों के माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग करने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की व्यवस्था करता था।