दिल्ली : अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने नई रणनीति बनाई है। बीजेपी अपने वरिष्ठ नेताओं को लोकसभा चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रही है जो अभी राज्यसभा के सदस्य है। लोकसभा लड़ने की लिस्ट में वो सांसद शामिल है जिनका राज्यसभा में तीसरा कार्यकाल हो चुका है। पार्टी के कई राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल इसी साल समाप्त हो रहा है उनमें से भी कई को लोकसभा चुनाव लड़ाया जा सकता है।
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान चुनाव में जिस फार्मूले के साथ बीजेपी उतरी थी उसी को आगे बढ़ाने की तैयारी कर रही है। कई केंद्रीय मंत्री जो अभी राज्यसभा के सदस्य है उन्हे भी लोकसभा चुनाव लड़ने को कहा जा रहा है। इंडियन एक्प्रेस की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से ये कहा गया है कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और राज्यसभा सांसदों को लोकसभा चुनाव लड़ने को कहा गया है। ऐसे नेताओं को अपनी पसंद की सीट चुनने की छूट दी गई है। पार्टी से जुड़े सूत्र ने बताया कि यह फैसला बुधवार को संगठनात्मक बैठक में लिया गया है।
तीन राज्यों में जिस फार्मूले के साथ बीजेपी को बड़ी जीत मिली उसी को अपनाते हुए लोकसभा की तैयारी की जा रही है। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में पार्टी ने केंद्रीय मंत्री सहित 18 सांसदों को चुनाव मैदान में उतारा था जिसके अच्छे नतीजे आए। कम से कम एक केंद्रीय मंत्री और पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली से चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है।
केंद्रीय मंत्री जो राज्यसभा सांसद हैं उनमें राजीव चंद्रशेखर, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण, एस जयशंकर, धर्मेंद्र प्रधान, भूपेन्द्र यादव, हरदीप सिंह पुरी, मनसुख मंडाविया, पुरुषोत्तम रूपाला, अश्विनी वैष्णव, ज्योतिरादित्य सिंधिया, नारायण राणे शामिल हैं. कर्नाटक से चंद्रशेखर और सीतारमण, महाराष्ट्र से गोयल और गुजरात से रूपाला, उन 9 भाजपा नेताओं में से हैं जो वर्तमान में तीसरी बार राज्यसभा सांसद हैं. इस सूची में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर भी शामिल हैं. उधर, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा सदस्य हैं।