सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजीव खन्ना भारत के नए मुख्य न्यायाधीश होंगे। वर्तमान सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ 11 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इससे पहले मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने औपचारिक रूप से न्यायमूर्ति संजीव खन्ना को अपने उत्तराधिकारी के रूप में प्रस्तावित किया है।
केंद्र सरकार को भेजे गए एक पत्र में मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने कहा कि चूंकि वह 11 नवंबर को पद छोड़ रहे हैं, इसलिए न्यायमूर्ति संजीन खन्ना उनके उत्तराधिकारी होंगे। परंपरा के अनुसार CJI अपने उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश तभी करते हैं, जब उन्हें कानून मंत्रालय से ऐसा करने का आग्रह किया जाता है, जिसके चलते उन्होंने सीजेआई के पद के लिए जस्टिस संजीव खन्ना के नाम की सिफारिश की है।
केंद्र सरकार की मंजूरी मिलने पर न्यायमूर्ति खन्ना भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश बन जाएंगे। उनका कार्यकाल छह महीने का है, जो 13 मई, 2025 को समाप्त होगा। उसके बाद उनकी सेवानिवृत्ति होगी।
सबसे वरीय जज हैं जस्टिस खन्ना
जस्टिस संजीव खन्ना वरिष्ठता सूची में पहला नाम है। इसलिए उनका नाम आगे बढ़ा दिया गया है। ध्यान देने वाली बात यह भी है कि 64 साल के जस्टिस संजीव खन्ना का सीजेआई के तौर पर कार्यकाल करीब 6 महीने का ही है। बता दें कि जस्टिस खन्ना 13 मई 2025 को रिटायर हो जाएंगे। वे सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर 65 फैसले सुना चुके हैं। अपने इस कार्यकाल के दौरान उन्होंने 275 बेंचों का हिस्सा रहे हैं।
14 साल तक रहे सुप्रीम कोर्ट के जज
जस्टिस संजीव खन्ना की बात करें तो वे दिल्ली हाईकोर्ट में 14 साल तक जज रहे हैं। उनका जन्म 14 मई 1960 को हुआ था। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के कैंपस लॉ सेंटर से कानून की पढ़ाई की। ग्रेजुएशन के बाद, उन्होंने 1983 में दिल्ली बार काउंसिल में एक वकील के रूप में रजिस्ट्रेशन कराया था। उन्हें 2019 में सुप्रीम कोर्ट में प्रोन्नत किया गया था।