रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार दोपहर प्रवर्तन निदेशालय के रांची दफ्तर में सील बंद लिफाफा के साथ अपने दूत को भेजा। मुख्यमंत्री सचिवालय से आये कर्मी ने मुख्यमंत्री द्वारा भेजे गए पत्र को ऑफिस में रिसीव कराया। हेमंत सोरेन ने ईडी द्वारा भेजे गए समन के जवाब में जवाबी पत्र ईडी को भेजा।
ईडी को भेजे गए पत्र में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी पर मीडिया ट्रायल कराने का आरोप लगाया। उन्होने कहा कि समन भेजकर उनका मीडिया के माध्यम से दुष्प्रचार किया जा रहा है और सरकार को बदनाम करने की कोशिश हो रही है। जब समन ईडी ऑफिस से सीधे सीएम हाउस भेजा जाता है तो उसके संबंध में मीडिया को कैसे जानकारी मिल जाती है, पत्र के अंदर लिखे गए विषय की जानकारी मीडिया में देकर उनका मीडिया ट्रायल कराया जा रहा है। ED को जो पत्र भेजा गया है, उसमें कहा गया है कि वह एजेंसी के साथ सहयोग के लिए तैयार हैं,लेकिन पहले उन्हें यह बताया जाए कि आखिर एजेंसी उन्हें किसलिए बुला रही है,उन्होने ईडी द्वारा भेजे गए समन को गैर कानूनी बताया।
हेमंत सोरेन को ईडी ने समन जारी कर 31 दिसंबर तक समय और तारीख बताने को कहा था लेकिन दो दिनों के अंदर जवाब नहीं भेजा गया, मंगलवार को सीएमओ का कर्मी आकर ईडी दफ्तर में पत्र रिसीव कराता है। मुख्यमंत्री की ओर से भेजे गए पत्र के बाद अब ईडी के अगले एक्शन पर सबकी नजर है।
बुधवार को बुलाई गई गठबंधन दलों की बैठक को इसी राजनीतिक संकट की कड़ी से जोड़कर देखा जा रहा है। एक तरफ गांडेय विधायक का इस्तीफा, दूसरी तरफ मुख्यमंत्री को ईडी का समन और उसके बाद गठबंधन दल की बैठक। माना ये जा रहा है कि मुख्यमंत्री इस बैठक में वर्तमान राजनीतिक हालात और संभावित संवैधानिक संकट को लेकर इसमें चर्चा करेंगे। मीडिया रिपोट्स में जिस तरह से कल्पना सोरेन को अगले सीएम के तौर पर पेश किया जा रहा है, संभव है कि इस बैठक में उसपर मुहर लग सकती है। अब सबकी नजर कल होने वाले विधायक दल की बैठक पर जाकर टिक गई है।