रांची : झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अंदर कुछ भी सही नहीं चल रहा है। कांग्रेस पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी अब खुलकर सामने आ गई है। गीता कोड़ा के कांग्रेस छोड़ने के बाद प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के खिलाफ उनके ही कार्यकारी अध्यक्षों ने बिगुल फूंक दिया है।
प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के नेतृत्व को चुनौती देने और उनकी शिकायत लेकर प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बंधू तिर्की, जलेश्वर महतो और शहजादा अनवर दिल्ली पहुंचे है। ये तीनों प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के मिलकर शिकायत करेंगे। बंधू तिर्की ने राजेश ठाकुर के संगठन चलाने की क्षमता पर सवाल उठाया है। उन्होने कहा कि उनके पास संगठन चलाने की क्षमता नहीं है, पिछले कई महीनों से गीता कोड़ा उपेक्षित महसूस कर रही थी, वह पार्टी की एकमात्र सांसद थी झारखंड में। लेकिन संगठन में उनको कोई तवज्जो नहीं दिया गया। उनको महत्वपूर्ण निर्णयों में शामिल नहीं किया जाता था। गीता कोड़ा प्रदेश अध्यक्ष के क्रियाकलाप के कारण विवश होकर बीजेपी में गई है। राजेश ठाकुर से संगठन का भला नहीं हो सकता। गीता कोड़ा कांग्रेस छोड़कर जा रही थी वो बीजेपी में शामिल हो गई और प्रदेश अध्यक्ष दिल्ली में थे उन्हे इसको लेकर जरा सी भी फिक्र नहीं थी न ही उनका पार्टी के अंदर किसी तरह का कोई प्रभाव है जिसके कारण पार्टी के अंदर की जानकारी और कार्यकर्ताओं के मन की बात वो समझ सके। केंद्रीय नेतृत्व से मिलकर झारखंड में पार्टी की जमीनी हकीकत बताएंगे। प्रदेश अध्यक्ष के पास कोई जनाधार नहीं है, कार्यकर्ताओं के बीच उनकी कोई स्वीकारिता नहीं है। इस तरह के कमजोर नेतृत्व से कांग्रेस बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सकती।