दुमकाः झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवारों की सूची बुधवार को सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। इसमें दुमका से पूर्व मंत्री लुईस मरांडी की जगह पूर्व सांसद सुनील सोरेन को बीजेपी उम्मीदवार बनाये जाने का दावा किया गया। इस बात को लेकर लुईस मरांडी समर्थक और सुनील सोरेन के समर्थक आपस में भिड़ गए। तीखी नोंकझोक और बहसबाजी से मामला आगे बढ़कर चाकूबाजी तक पहुंच गया।
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दुमका में बीजेपी के अंदर चल रही गुटबाजी जगजाहिर है। लोकसभा चुनाव से लेकर विधानसभा चुनाव तक पार्टी के अंदर चल रही कलह समय समय पर बाहर आती रहती है। बुधवार रात को बीजेपी के अंदर चल रही गुटबाजी और सोशल मीडिया पर लुईस मरांडी की जगह सुनील सोरेन को दुमका से उम्मीदवार बनाये जाने के वायरल दावों का खूनी अंजाम देखने को मिला, जब इंदिरा नगर जरवाडीह मोहल्ले में वायरल सूची को लेकर सुनील सोरेन के समर्थक और लुईस मरांडी के समर्थक के बीच तीखी बहस हुई। बात इतनी बढ़ गई कि सुनील सोरेन के समर्थक सीताराम मिश्रा और उसके बेटे ने लुईस मरांडी के समर्थक अनुज सिंह पर चाकू से वार कर दिया। ताबड़तोड़ चाकू से हुए हमले में अनुज सिंह घायल हो गए जिसके बाद उन्हे फूलोझानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। डॉक्टरों की परामर्श के बाद अनुज सिंह अपने घर में आराम कर रहे है।
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इस घटना की जानकारी नगर थाना को दे दी गई है पुलिस इस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है। वही आरोपी सीताराम मिश्रा घटना के बाद से फरार बताये जा रहे है। इस घटना के बाद लुईस मरांडी के समर्थक नाराज बताये जा रहे है। अनुज सिंह ने मीडिया को दिये अपने बयान में कहा है कि आरोपी लुईस मरांडी का टिकट कटने को लेकर गलत बातें कह रहा था इस वजह से उसकी सीताराम मिश्रा के साथ भिड़त हो गई। सोशल मीडिया भ्रामक खबरें चलाने और बीजेपी के अंदर गुटबाजी का साइड इफेक्ट क्या होता है वो दुमका की इस घटना ने बता दिया।