लोहरदगा : झारखंड से मानव तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही । हद तो यह है कि दस साल की बच्ची और तेरह साल के बच्चे को भी ईंट भट्टे की आग में झोंकने से मानव तस्कर बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे ही कई लोगों को तस्करी से पहले बचाया गया है । लोहरदगा पुलिस के साथ आरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में सात मानव तस्करों को गिरफ्तार कर गुरुवार को सलाखों के पीछे भेज दिया गया।
दो मासूमों सहित 34 को बचाया गया
इन तस्करों की गिरफ्तारी लोहरदगा रेलवे स्टेशन से हुई है। यह सभी मानव तस्कर दो बच्चे और दो महिला के साथ 34 मजदूरों को लेकर त्रिपुरा, यूपी और बिहार के अलग-अलग स्थानों में स्थित ईंट भट्ठा में लेकर जा रहे थे। जिन लोगों को मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया गया है, उनमें एक दस साल की बच्ची, एक 13 साल का बालक ओर दो महिला भी शामिल हैं।
अपने ही लोग कर रहे हैं मानव तस्करी
गिरफ्तार आरोपितों में लोहरदगा जिले के सदर थाना क्षेत्र के रघुटोली निवासी सुखदेव भगत का पुत्र विनोद भगत, सेरेंगदाग थाना क्षेत्र के गम्हरिया गांव निवासी स्व. विश्राम असुर का पुत्र सुरेश असुर, सेन्हा थाना क्षेत्र के डांडू करंज टोली गांव निवासी किशुन लोहरा का पुत्र दिलीप लोहरा, सेन्हा थाना क्षेत्र के आरा गांव निवासी तफेजुल हक का पुत्र अजारुल हक, गुमला जिला के सिसई थाना क्षेत्र के पानीलता गांव निवासी अमरु गोप का पुत्र सुरेंद्र गोप, सेरेंगदाग थाना क्षेत्र के तुरियाडीह गांव निवासी सोहराई उरांव का पुत्र जगेश्वर उरांव और गुमला जिला के पुसो थाना क्षेत्र के लदा गांव निवासी भवले उरांव का पुत्र नेपाली उरांव शामिल है।
बरगला कर ले जा रहे थे दूसरे राज्य
एसपी हारिस बिन जमां को मिली गुप्त सूचना मिली थी कि लातेहार, लोहरदगा, गुमला जिले के कई मजदूरों को कुछ मानव तस्कर बरगला कर दूसरे प्रदेश में ईंट भट्ठे में काम दिलाने के लिए ले जा रहे हैं। इस सूचना पर एसपी के निर्देश पर डीएसपी मुख्यालय समीर तिर्की की अगुवाई में लोहरदगा पुलिस, एएचटीयू थाना और आरपीएफ की टीम ने लोहरदगा रेलवे स्टेशन में छापेमारी की। जहां से सभी 34 मजदूरों को मुक्त कराया गया।
सात मानव तस्कर हुए गिरफ्तार
सात मानव तस्करों को गिरफ्तार किया गया। मजदूरों को त्रिपुरा के अगरतला ईंट भट्ठा, उतर प्रदेश के जानपुर ईंट भट्ठा, बिहार के सासाराम स्थित ईंट भट्ठा में ले जाया जा रहा था। छापेमारी टीम में डीएसपी मुख्यालय समीर तिर्की, एएचटीयू थाना प्रभारी सुमन मिंज, अनि रमेश्वर प्रसाद यादव, आरपीएफ प्रभारी रघुवीर सिंह, आरपीएफ के अनि अजीत कुमार, सअनि सैयद, हेड कांस्टेबल कार्तिकचंद पाल, महिला हेड कांस्टेबल कल्पना कुमारी, कांस्टेबल दुबराज उरांव, सुखनाथ हांसा, भरत सिंह, आरक्षी बेला कंचन बागे शामिल थे।