रांचीः बीजेपी के युवा मोर्चा द्वारा मोहराबादी में आयोजित आक्रोश रैली में भीड़ कम देख दिग्गज नेताओं ने हेमंत सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं । बीजेपी अब राज्यभर में शनिवार को फिर धरना प्रदर्शन करेगी । नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने बताया कि 24 अगस्त को सभी जिलों के एसपी कार्यालय और सभी थाना के समक्ष राज्य सरकार का पुतला दहन कार्यक्रम करने का निर्णय भाजपा ने लिया है।
झारखंड में कई अंचल अधिकारियों का तबादला, राजस्व निंबधन और भूमि सुधार विभाग ने जारी की अधिसूचना
बीजेपी का क्या है आरोप ?
प्रदेश पार्टी कार्यालय में इस संबंध में आयोजित प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि “आज का दिन हमेशा के लिए काला अध्याय के रूप में दर्ज हो गया। वर्तमान की राज्य सरकार की असफलता और वादाखिलाफी के खिलाफ खासकर युवाओं से जुड़े 5 लाख नौकरी, बेरोजगारी भत्ता, संविदाकर्मियों के स्थायीकरण सहित हुई परीक्षाओं में धांधली को लेकर सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर भाजपा के आह्वान पर आज का आक्रोश रैली किया गया था। एक लोकतांत्रिक देश में संवैधानिक व्यवस्थाओं में विपक्ष की असफलता को जनता के समक्ष आंदोलन और प्रदर्शन के माध्यम से लाने का काम एक सजग विपक्ष का होता है। इनके सारे वादे फेल हैं। “
कई जिलों में कार्यकर्ताओं को रोका गया
अमर बाउरी ने आरोप लगाया कि पाकुड़, साहेबगंज, गोड्डा, देवघर, पलामू, गिरिडीह, सिंहभूम सहित सभी जिले से आने वाले कार्यकर्ताओं को रास्ते और थानों में रोका गया। पूरे राज्य में ऐसी बैरिकेटिंग की गई मानो कोई नागरिक नहीं आ रहे बल्कि आतंकवादियों का प्रवेश हो गया है। राज्य सरकार के इशारे पर पुलिस ने जो किया वह दुर्भाग्यपूर्ण है। मोरहाबादी मैदान के आसपास कंटीले तारों से घेराबंदी की गई। झारखंड में ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया होगा कि निहत्थे लोगों द्वारा किसी भी शांतिपूर्ण प्रदर्शन में पुलिस द्वारा ऐसा किया ।
फ्लॉप हो गई आक्रोश रैली ?
ग़ौरतलब है कि बीजेपी की आक्रोश रैली के मद्देनज़र राँची प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए थे । कई रास्तों में बैरेकेटिंग की गई थी । हांलाकि भीड़ उम्मीद के मुताबिक़ नहीं पहुँच पाई और रैली का असर बहुत ज्यादा नहीं देखा गया । बीजेपी नेताओं ने सीएम आवास घेरने की कोशिश तो की लेकिन पुलिस की सख्ती की वजह से मुमकिन नहीं हो सका ।