सिमडेगा : जिले के संत अन्ना विद्यालय की लापरवाही से एक छात्र करेंट की चपेट में आ गया। स्कूल प्रबंधन छात्र को अस्पताल पहुंचाने की जगह मामले की लीपापोती में लग गया है। एसडीईओ बादल राज ने मामले पर संज्ञान लिया और कहा कि वो खुद मामले की जांच करेंगे और दोषी पाए जाने पर स्कूल प्रबंधन पर कड़ी कार्रवाई करेंगे।
दरअसल, संत अन्ना विद्यालय हॉस्टल में रह रहे बच्चों से खेत में काम करा रहा था। इसी दौरान विवेक बिलुंग नाम का छात्र बिजली तार के चपेट में आ गया। करंट लगने के बाद छात्र खेत में ही बेहोश होकर गिर गया। घटना के बाद काफी देर तक छात्र खेत में ही पड़ा रहा। खेत के बगल से गुजर रहे स्थानीय नागरिक महानंद नायक ने ये पूरा वाकया अपने मोबाइल में रिकार्ड किया। मोबाइल से वीडियो बनाते देख स्कूल प्रबंधन हरकत में आया और छात्र को उठाकर हॉस्टल में पहुंचा दिया। लेकिन करंट लगे बच्चे को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाना स्कूल प्रबंधन ने मुनासिब नहीं समझा।
छात्र को करंट लगने के बाद उसके दोनों पैरों में दर्द है। इस पूरे मामले में स्कूल के फादर बार्लेट कुजूर औश्र होस्टल के इंचार्ज ब्रदर प्रदीप ने पूरे मामले पर पर्दा डालने की कोशिश की। उनका कहना है कि बच्चे को करंट नहीं लगी है बल्कि उसे तो मिर्गी का दौड़ा पड़ा था। जिसके बाद छात्र को सामटोली स्थित मार्था क्लिनिक ले जाया गया था। लेकिन क्लिनिक में इस मामले में जाकर पूछताछ की गई तो पता चला कि छात्र वहां गया ही नहीं था। अब इस पूरे मामले की एसडीईओ जांच कर रहे है अब उनकी जांच के बाद ही स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कोई एक्शन लिया जाएगा।