डेस्क: तीन साल पुराने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट मामले में रिश्वत लेने के आरोपी ईडी अधिकारी के घर सीबीआई की टीम ने छापेमारी की। इस दौरान सीबीआई की टीम ने ईडी अधिकारी के घर से एक करोड़ से ज्यादा कैश बरामद किया। छापेमारी के बाद से ही ईडी की अधिकारी फरार चल रहा है, आरोपी अधिकारी के भाई को सीबीआई ने हिरासत में ले लिया है जो दिल्ली में पब्लिक सेक्टर के एक बैंक में मैनेजर है।
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ED असिस्टेंट डायरेक्टर के ठिकानों पर हुई सीबीआई की छापेमारी को लेकर इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, एक सीबीआई अधिकारी ने बताया कि 22 दिसंबर को हुई छापेमारी के दौरान 54 लाख रुपये कैश और एक कार बरामद किया गया था। जिसके बाद मुख्य आरोपी फरार हो गया। इस मामले में उसके भाई को गिरफ्तार किया गया जो सीबीआई के हिरासत में है। इसके बाद CBI ने शिमला में रानी विला स्थित ED ऑफिस के आवास और कैंपस में तलाशी ली। इस तलाशी में 56.50 लाख रुपये बरामद किए गए। अब तक टोटल 1.1 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं।
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आरोप है कि मामले को निपटाने की एवज में डिप्टी डायरेक्टर की ओर से बिचौलिए के जरिये आरोपियों से लाखों रुपये मांगे थे। इस संबंध में आरोपियों की ओर से चंडीगढ़ में सीबीआई को लिखित शिकायत दे दी गई। मामला ईडी के डिप्टी डायरेक्टर से जुड़ा था, ऐसे में आलाधिकारियों के दिशा-निर्देशानुसार जांच के लिए स्पेशल टीम गठित की गई। शिकायतकर्ता पक्ष व बिचौलिए के बीच सीबीआई ने एक मीटिंग भी करवाई। इसमें उनके बीच पैसों के लेनदेन को लेकर रिकॉर्डिंग भी करवाई गई। इसकी भनक ईडी के डिप्टी डायरेक्टर को भी लग गई और वह बिचौलिए के साथ फरार हो गया। सोमवार को ही चंडीगढ़ सीबीआई की ओर से उसके खिलाफ भ्रष्टाचार सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया।