नई दिल्ली: संजय मल्होत्रा को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) का नया गवर्नर नियुक्त किया गया है। वह शक्तिकांत दास की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल 10 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। संजय मल्होत्रा 1990 बैच के राजस्थान कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी हैं। वह आरबीआई के 26वें गवर्नर होंगे और उनका कार्यकाल बुधवार से शुरू होकर तीन साल तक चलेगा। यह नियुक्ति मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति द्वारा की गई है।
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आईआईटी और प्रिंसटन से पढ़ाई की
संजय मल्होत्रा ने आईआईटी कानपुर से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की है। इसके बाद उन्होंने अमेरिका की प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से पब्लिक पॉलिसी में मास्टर्स किया है। उनके पास 33 साल का व्यापक अनुभव है और उन्होंने बिजली, वित्त, कराधान, सूचना प्रौद्योगिकी और खनन जैसे कई क्षेत्रों में काम किया है।
वर्तमान में राजस्व सचिव
इस समय संजय मल्होत्रा वित्त मंत्रालय में राजस्व सचिव के रूप में कार्यरत हैं। इससे पहले, वह इसी मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग में सचिव थे। उन्हें राज्य और केंद्र सरकार दोनों में वित्त और कराधान का अनुभव है।
शक्तिकांत दास का कार्यकाल
शक्तिकांत दास ने 12 दिसंबर 2018 को आरबीआई के 25वें गवर्नर के रूप में कार्यभार संभाला था। उन्होंने उर्जित पटेल के अचानक इस्तीफे के बाद यह पद संभाला। उनका शुरुआती कार्यकाल तीन साल का था, जिसे बाद में सेवा विस्तार दिया गया, जो अब समाप्त हो रहा है।
दास की स्थिरता लाने में भूमिका
जब दास ने आरबीआई में पदभार संभाला, तब बाजार अस्थिर था। उर्जित पटेल के इस्तीफे से बाजार में उथल-पुथल मच गई थी। आरबीआई और सरकार के बीच अधिशेष हस्तांतरण के मुद्दे पर मतभेद थे। दास ने इन चुनौतियों से निपटते हुए बाजार को स्थिरता प्रदान की।
मल्होत्रा से उम्मीदें
अब देखना यह है कि संजय मल्होत्रा आरबीआई के गवर्नर के रूप में क्या नया करते हैं। उनके सामने कई चुनौतियां होंगी और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी। उनकी शिक्षा और अनुभव से देश को लाभ मिलने की उम्मीद